Pandit Deendayal Upadhyay Yojana : भारत की आत्मनिर्भरता की असली ताकत उसके गांवों में बसती है। ग्रामीण इलाकों में रह रहे लाखों युवा आज भी रोजगार के अभाव में अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग नहीं कर पाते। ऐसे में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY) सरकार की एक ऐसी पहल है जो न सिर्फ उन्हें कौशल प्रदान करती है, बल्कि उनके लिए रोजगार के द्वार भी खोलती है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य 15 से 35 वर्ष की आयु के गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें नौकरी के योग्य बनाना है। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित यह योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) का अभिन्न हिस्सा है और पूरे देश में इसे सक्रिय रूप से लागू किया जा रहा है।
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Pandit Deendayal Upadhyay Yojana की मुख्य विशेषताएं
यह योजना केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें रोजगार, रहने-खाने की सुविधा और यात्रा भत्ता जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं। नीचे दी गई तालिका में योजना की प्रमुख जानकारियां देखें:
बिंदु | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY) |
शुरूआत वर्ष | 2014 |
लक्षित आयु वर्ग | 15 से 35 वर्ष (SC/ST/PWD को अधिकतम 45 वर्ष की छूट) |
पात्रता | BPL कार्डधारक या SECC सूची में दर्ज नाम |
प्रशिक्षण शुल्क | पूरी तरह से निःशुल्क |
प्लेसमेंट अनिवार्यता | कम से कम 70% अभ्यर्थियों को नौकरी दिलाने की शर्त |
प्रमाणन | NSDC (राष्ट्रीय कौशल विकास निगम) से मान्यता प्राप्त |
पात्रता मानदंड: कौन कर सकता है आवेदन?
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित पात्रता शर्तें पूरी करनी होंगी:
- भारत का नागरिक होना और ग्रामीण क्षेत्र में निवास करना।
- आयु 15 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए (आरक्षित वर्ग के लिए 45 वर्ष तक मान्य)।
- आवेदक BPL श्रेणी से हो या उसका नाम SECC डेटाबेस में दर्ज हो।
- न्यूनतम 8वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए।
कैसे करें DDU-GKY में आवेदन?
इस योजना के लिए आवेदन करना बहुत ही सरल है और कोई शुल्क नहीं लिया जाता। आवेदन करने के चरण इस प्रकार हैं:
- आधिकारिक वेबसाइट ddugky.gov.in पर जाएं।
- “Candidate Registration” पर क्लिक करें और अपनी जानकारी भरें।
- आधार कार्ड, बैंक पासबुक, शैक्षणिक प्रमाण पत्र जैसे आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- पासवर्ड सेट करें और लॉगिन कर उपलब्ध ट्रेनिंग कोर्स/सेंटर चुनें।
- चयनित सेंटर से संपर्क कर प्रशिक्षण की प्रक्रिया शुरू करें।
किन क्षेत्रों में मिलती है ट्रेनिंग?
DDU-GKY योजना के अंतर्गत देशभर के युवाओं को 100+ क्षेत्रों में फ्री स्किल ट्रेनिंग दी जाती है:
- आईटी और कंप्यूटर स्किल्स (Data Entry, Basic IT)
- हॉस्पिटैलिटी (Hotel Management, Housekeeping)
- हेल्थकेयर (Nursing Assistant, Attendant)
- रिटेल (Sales Executive, Customer Support)
- कंस्ट्रक्शन (Electrician, Plumber, Mason)
- ब्यूटी एंड वेलनेस, टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल आदि
Pandit Deendayal Upadhyay Yojana के लाभ: क्यों चुनें DDU-GKY?
प्लेसमेंट के साथ ट्रेनिंग मॉडल: प्रशिक्षण पूरा करने के बाद युवाओं को कंपनियों में इंटरव्यू के जरिए नौकरी प्रदान की जाती है।
सरकारी सुविधाएं: निःशुल्क छात्रावास, भोजन, यूनिफॉर्म, ट्रेवल भत्ता – ये सब सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं।
FAQs about Pandit Deendayal Upadhyay Yojana
Q1. DDU-GKY योजना में ट्रेनिंग कितने समय की होती है?
उत्तर: यह कोर्स के प्रकार पर निर्भर करता है, जो 3 महीने से 12 महीने तक हो सकता है।
Q2. क्या यह योजना केवल गरीब युवाओं के लिए है?
उत्तर: हां, यह योजना विशेष रूप से BPL श्रेणी के ग्रामीण युवाओं के लिए बनाई गई है।
Q3. नौकरी कैसे मिलती है?
उत्तर: सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग संस्थान कंपनियों से संपर्क कराते हैं और इंटरव्यू के माध्यम से चयन कराते हैं।
Conclusion
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की नींव है। यह योजना युवाओं को न केवल नौकरी दिलाने में मदद करती है बल्कि उन्हें भविष्य के लिए आत्मनिर्भर भी बनाती है। यदि आप या आपके परिवार में कोई ग्रामीण क्षेत्र में है और रोजगार की तलाश में है, तो इस योजना से जुड़कर अपने जीवन को एक नई दिशा दें।