UP Board Exams 2025: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UP Board) ने वर्ष 2025 से कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में बड़ा बदलाव करने का निर्णय लिया है। अब परीक्षा प्रश्न केवल रट्टा आधारित नहीं होंगे, बल्कि रचनात्मक (Creative) और क्षमता आधारित (Competency-Based) होंगे। यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के तहत छात्रों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
हाल ही में आयोजित एक पांच दिवसीय कार्यशाला में NCERT और UP बोर्ड के अधिकारियों ने मिलकर एक नया परीक्षा पैटर्न तैयार किया है। इस नए प्रारूप में विद्यार्थियों की समझ, विश्लेषणात्मक सोच और समस्या सुलझाने की क्षमता का आकलन किया जाएगा।
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UP Board Exams 2025: नई परीक्षा प्रणाली की प्रमुख विशेषताएं
बिंदु | विवरण |
---|---|
प्रश्नों का प्रकार | रचनात्मक, परिस्थिति-आधारित और विश्लेषणात्मक सवाल शामिल होंगे |
शिक्षक प्रशिक्षण | सभी शिक्षकों को क्षमता आधारित प्रश्नों को बनाने का प्रशिक्षण मिलेगा |
समग्र मूल्यांकन | ‘होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड’ के माध्यम से छात्र का संपूर्ण आकलन होगा |
प्रश्न पत्र प्रारूप | निर्धारित टेम्पलेट और मॉडल पेपर उपलब्ध कराए जाएंगे |
NEP 2020 के अनुरूप | जीवन कौशल, सोचने की क्षमता और रचनात्मकता पर जोर |
बोर्ड व आंतरिक परीक्षा | दोनों परीक्षाएं समान मूल्यांकन पैटर्न पर आधारित होंगी |
सभी बोर्ड के लिए समानता | भारत के 66 बोर्डों में एकरूपता लाने का प्रयास |
UP Board Exams 2025: क्यों जरूरी हैं क्षमता आधारित प्रश्न?
रट्टा प्रणाली से हटकर अब ऐसे प्रश्न पूछे जाएंगे जो छात्रों की व्यवहारिक समझ, विश्लेषणात्मक क्षमता और रचनात्मक सोच को परखेंगे। यह बदलाव न केवल परीक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाएगा, बल्कि छात्रों को जीवन में बेहतर निर्णय लेने और समस्याएं हल करने के लिए तैयार करेगा।
यह प्रणाली CBSE, ICSE जैसे अन्य बोर्डों में पहले ही लागू की जा चुकी है, जहाँ 40-50% प्रश्न क्षमता आधारित होते हैं।
समग्र मूल्यांकन और ‘PARAKH’ की भूमिका
NEP 2020 के अनुसार अब मूल्यांकन केवल अंकों तक सीमित नहीं रहेगा। Holistic Progress Card (HPC) के माध्यम से शिक्षक, सहपाठी और स्वयं छात्र द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। इसमें छात्रों की अकादमिक, सामाजिक और भावनात्मक क्षमताओं का ध्यान रखा जाएगा।
PARAKH (Performance, Assessment, Review and Analysis of Knowledge for Holistic Development) संस्था इस मूल्यांकन प्रणाली को राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने का कार्य कर रही है।
शिक्षक प्रशिक्षण और क्रियान्वयन की योजना
उत्तर प्रदेश के लगभग 29,000 माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे रचनात्मक और क्षमता आधारित प्रश्न पत्र तैयार कर सकें। SCERT, NCERT और PARAKH के विशेषज्ञ मिलकर यह प्रशिक्षण देंगे। साथ ही, प्रश्न पत्रों के लिए एक मानकीकृत टेम्पलेट भी तैयार किया गया है ताकि पूरे राज्य में एक जैसी परीक्षा प्रणाली लागू की जा सके।
UP Board Exams 2025: छात्रों और स्कूलों को होंगे ये लाभ
- छात्र अधिक सोचने, विश्लेषण करने और उत्तर प्रस्तुत करने की कला सीखेंगे
- रट्टा आधारित शिक्षा पर निर्भरता कम होगी
मुख्य बिंदु:
- छात्रों में वास्तविक जीवन की समस्याओं को सुलझाने की क्षमता विकसित होगी
- मूल्यांकन प्रणाली अधिक पारदर्शी और व्यापक होगी
FAQs about UP Board Exams 2025
प्रश्न 1: क्या अब सभी प्रश्न रचनात्मक होंगे?
उत्तर: नहीं, लेकिन 40% से अधिक प्रश्न अब क्षमता आधारित और रचनात्मक होंगे। शेष पारंपरिक पैटर्न पर आधारित होंगे।
प्रश्न 2: क्या यह बदलाव कक्षा 10 और 12 दोनों के लिए लागू होगा?
उत्तर: हां, यह नया पैटर्न हाई स्कूल और इंटरमीडिएट दोनों परीक्षाओं में लागू होगा।
प्रश्न 3: छात्रों को कैसे तैयार होना चाहिए?
उत्तर: छात्रों को रटने की बजाय विषयों की गहराई से समझ विकसित करनी चाहिए और रोज़मर्रा के जीवन से जुड़े उदाहरणों पर विचार करना चाहिए।
निष्कर्ष
UP बोर्ड द्वारा परीक्षाओं में रचनात्मक और क्षमता आधारित प्रश्नों को शामिल करने का निर्णय शिक्षा की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। यह बदलाव छात्रों को सिर्फ अंक लाने की दौड़ से बाहर निकालकर उन्हें एक समझदार, रचनात्मक और सक्षम नागरिक बनने की दिशा में आगे बढ़ाएगा।